मुंगेर में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान पुलिस द्वारा की गई क्रूर कार्रवाई के विरोध में हजारों लोगों ने आज एक जुलूस निकाला। इस दौरान, उग्र भीड़ ने महिला पुलिस स्टेशन सहित शहर के चार पुलिस स्टेशनों में आग लगा दी। साथ ही थाने में रखी मेज कुर्सी को उठाकर जला दिया गया। वहां भी जमकर हंगामा किया। (इनपुट – गोविंद कुमार)
आक्रोशित भीड़ मुंगेर के एसपी और डीएम के खिलाफ शहर के बीकापुर के विजय चौक पर प्रदर्शन कर रही थी। लोगों का जुलूस कोतवाली थाने के पास गुस्सा हो गया। जिसके बाद जुलूस पुरबसराय थाने पहुंचा। जहां लोगों ने पुलिस स्टेशन के बाहर खड़ी जिप्सी के साथ एक बाइक में आग लगा दी।
इसके बाद गुस्साए लोगों ने वासुदेवपुर पुलिस स्टेशन पर धावा बोला और पुलिस बैरक में रह रहे पुलिसकर्मियों पर पत्थर फेंके। सभी पुलिसकर्मी भाग खड़े हुए। भीड़ ने मुफस्सिल पुलिस स्टेशन और महिला पुलिस स्टेशन को भी आग लगा दी।
पुलिस के जवान राजुकमार का कहना है कि भीड़ में शामिल लोगों ने पुलिस स्टेशन पर पत्थरबाजी की। इसके बाद थाने में रखी टेबल कुर्सी को उठाकर जला दिया गया। लोगों ने एक चौकी को जलाते हुए बैरकों को आग लगा दी। मेरी पासबुक सहित कई अन्य कागजात भी जल गए। उन्होंने कहा कि जब भीड़ ने बैरकों पर हमला किया, तो वहां पांच सैप के जवान थे। गुस्साए लोगों की भीड़ हम पर ईंट और पत्थर से हमला कर रही थी।
वासुदेवपुर पुलिस स्टेशन के एएसआई नरेंद्र मिश्रा ने बताया कि अचानक हजारों लोगों ने पुलिस स्टेशन पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। इससे बचने के लिए, जैसे ही हमने छिपने की कोशिश की, भीड़ घुस गई। पुलिस ने बैरक में आग लगा दी। इसके साथ ही थाने के कमरे में भी तोड़फोड़ शुरू कर दी। इस दौरान एक पुलिसकर्मी के हाथ में चोट लग गई।
बारात में आगजनी के मामले को लेकर उपद्रवियों को शांत करने के लिए डीआईजी मनु महाराज ने शहर में फ्लैग मार्च निकाला। इस दौरान, डीआईजी मनु महाराज ने अपील की और कहा कि घटना के बारे में उच्चस्तरीय जांच की जाएगी। तो शहर को परेशान मत करो। साथ ही, लोग शांति बनाए रखते हैं।
इधर, घटना को लेकर डीआईजी ने बताया कि शहर के चार थाना क्षेत्रों में उपद्रवियों द्वारा पथराव के साथ ही आगजनी की गई है। इस घटना में कितना नुकसान हुआ, इसका आकलन किया जा रहा है। उन्होंने आज की घटना के बारे में बताया कि पुलिस को उपद्रव के कई वीडियो मिले हैं, जिसकी जांच की जाएगी और कार्रवाई की जाएगी।